The Ultimate Guide To Shodashi
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हरिप्रियानुजां वन्दे देवीं त्रिपुरसुन्दरीम् ॥७॥
सर्वेषां ध्यानमात्रात्सवितुरुदरगा चोदयन्ती मनीषां
Every single battle that Tripura Sundari fought is a testament to her might plus the protecting character of your divine feminine. Her legends carry on to inspire devotion and are integral on the cultural and spiritual tapestry of Hinduism.
कन्दर्पे शान्तदर्पे त्रिनयननयनज्योतिषा देववृन्दैः
श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥१२॥
This mantra holds the facility to elevate the mind, purify views, and hook up devotees to their increased selves. Allow me to share the in depth benefits of chanting the Mahavidya Shodashi Mantra.
हरार्धभागनिलयामम्बामद्रिसुतां मृडाम् ।
ब्रह्माण्डादिकटाहान्तं जगदद्यापि दृश्यते ॥६॥
हार्दं शोकातिरेकं शमयतु ललिताघीश्वरी पाशहस्ता ॥५॥
कर्तुं मूकमनर्गल-स्रवदित-द्राक्षादि-वाग्-वैभवं
॥ अथ श्रीत्रिपुरसुन्दरी अपराध क्षमापण स्तोत्रं ॥
The planet, as being a manifestation of Shiva's consciousness, holds the key to liberation when one realizes this elementary unity.
षोडशी महाविद्या : पढ़िये त्रिपुरसुंदरी स्तोत्र संस्कृत में – shodashi stotram
यह साधना करने वाला व्यक्ति स्वयं कामदेव के समान हो जाता है और वह साधारण व्यक्ति न रहकर लक्ष्मीवान्, पुत्रवान व स्त्रीप्रिय होता है। उसे वशीकरण की विशेष शक्ति प्राप्त होती है, उसके read more अंदर एक विशेष आत्मशक्ति का विकास होता है और उसके जीवन के पाप शान्त होते है। जिस प्रकार अग्नि में कपूर तत्काल भस्म हो जाता है, उसी प्रकार महात्रिपुर सुन्दरी की साधना करने से व्यक्ति के पापों का क्षय हो जाता है, वाणी की सिद्धि प्राप्त होती है और उसे समस्त शक्तियों के स्वामी की स्थिति प्राप्त होती है और व्यक्ति इस जीवन में ही मनुष्यत्व से देवत्व की ओर परिवर्तित होने की प्रक्रिया प्रारम्भ कर लेता है।